भोपाल : 26 अक्टूबर 2024
MP: मध्यप्रदेश सरकार ने हाल ही में भोपाल से बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाया है । कॉरिडोर को हटाकर जाम से मुक्त सड़क तो मिल गयी पर उस करोड़ों के सायकल ट्रैक का क्या जो बदहाल पड़ा हुआ है । जिसे जनता कि सुविधा के नाम पर बनाया गया था । जिसमें जनता के ही करोड़ों रुपये पानी कि तरह बहा दिए गये । आइये आपको उस सायकल ट्रैक के हालात से रूबरू करातें है ।
लोडिंग-अनलोडिंग का स्थान बना सायकल ट्रैक :-
नर्मदापुरम मार्ग पर जब आप मिसरोद से श्री राम कॉलोनी कि और जायेगे तब बीच मे टोयोटा के शोरूम के पास एक बड़े ट्रक-कंटेनर को सायकल ट्रैक में पार्क करके होंडा की टू-वीलर गाड़ियों को लोडिंग-अनलोडिंग किया जाता है । वो भी शाम 6 से रात्रि 8 के बीच इसी समय अधिकतर लोग इस सायकल ट्रैक का इस्तेमाल पैदल घूमने के लिए करते है ।
ओला-उबर टैक्सी ने जमाया अपना अड्डा :-
इसी सायकल ट्रैक पर ओला और उबर टैक्सी सर्विस वालों ने भी अपना अड्डा बना लिया है । कारों को लगाया भी ऐसे जाता है कि पैदल निकलने वालों को तक जगह नही रहें । अगर आपने इनसे साइड हटाने का कहा तो आपका विवाद होना भी तय है ।
कार के शॉरूमों,हॉस्पिटल, रेस्ट्रोरेंट ने बनाई अपनी पार्किंग :-
सायकल ट्रैक को बर्बाद करने में सबसे ज्यादा टोयोटा- टाटा कार शॉरूमों का बड़ा हाथ है । इन्होंने अपने शोरूम के सामने के ट्रैक को अपनी पार्किंग बना दिया है । यही हाल SMH हॉस्पिटल के सामने का भी है । कई रेस्ट्रोरेंट के सामने के हालात भी कुछ ऐसे ही है । टू वीलर हो या फोरविलर सब बे धड़क सायकल ट्रैक में पार्क किये जा रहें है । इसका एक बड़ा कारण इनके पास पार्किंग कि पर्याप्त व्यवस्था का न होना भी है ।
बहरहाल जो भी हो पर जनता के पैसे से जनता के लिए सायकल ट्रैक के रूप में एक सुविधा तो नही मुसीबत ही खड़ी कि गयी है जिससे पैदल निकलना भी दुश्वार हो गया है । और राजधानी के आला अधिकारी इससे परे अपने सुकून भरे चेम्बरों में आराम फरमा रहें है । आम जनता के चक्कर मे बड़े बड़े व्यापारियों और उद्योगपति से दुश्मनी क्यों मोल से आखिरकार वास्ता तो उन्ही से पड़ना है । आम जनता का क्या है कहि से निकल ही जाएगी ।