आइये सुनते है क्या कुछ खास कहा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने :
कहीं ना कहीं कोई बड़ा उद्देश्य होगा यार…, कई बार राजतिलक होते-होते वनवास भी हो जाता है। लेकिन वह किसी न किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए होता है।
ये चिंता मत करना। मेरी जिंदगी आपके लिए है, जनता-जनार्दन के लिए है, बेटा-बेटियों के लिए है, मेरी बहनों के लिए है।
इस धरती पर इसलिए आया हूं मैं, तुम्हारी जिंदगी से दुख दर्द दूर करने, आंखों में आंसू नहीं रहने दूंगा, जिंदगी जितनी बेहतर बनेगी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। दिन और रात उसके लिए काम करेंगे।
अभी हमारा पता है, बी-8, 74 बंगला; उसका नाम हमने रख दिया, मामा का घर।