
आरटीआई से प्राप्त जानकारी से हुआ खुलासा : आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता अजय पाटीदार ने उद्यान शाखा से कोटेशन पर कि गयी खरीदी की जानकारी आरटीआई के तहत मांगी थी जिसमें चौकाने वाले खुलासे हुए है ।
- उद्यान शाखा ने नियमों को ताक पर रखकर 3 महीने में पेड़-पौधे, कारपेड ग्रास,गोबर खाद, ट्री कटर मशीन, केमिकल फर्टिलाइजर खरीदी करने किये 8 लाख 26 के 9 कोटेशन
- सभी नो कोटेशन में एक ही फर्म भगवती इंटरप्राइजेज भोपाल को काम दिया गया ।
- यह फर्म नगर निगम भोपाल के पूर्व उद्यान अधिक्षक भगवती प्रसाद कंडवाल की है ।
- इस फर्म से 87655/- रुपये के एक कोटेशन से रसायनिक खाद एवं दवाइयां भी खरीदी गई जबकि इनके पास इन्हें विक्रय करने का लाइसेंस भी नही है ।
- pwd के लाइसेंस पर रासायनिक दवाइयां ओर खादों को दोगुने भाव पर निगम में सप्लाई होना दिखाया गया ।
- इस फर्म से जुलाई 2024 में 4 अलग-अलग कोटेशन के माध्यम से कुल 376100/- रुपये के पेड़ पौधे एवं कारपेड ग्रास खरीदी गई जबकि नियमानुसार 376100/- का एक जाई टेंडर लगाया जा सकता था पर भ्रष्टाचार करने और पूर्व निगम अधिकारी को फायदा पहुंचाने टेंडर नही किया गया ।
- वही अगस्त 2024 में कुल 185500 रु के अलग- अलग 2 कोटेशन पेड़ पौधे एवं गोबर खाद खरीदी के लिए किया गया चौकाने वाली बात यह है कि दोनों कोटेशन 01/08 को एक तारीख में ही किये गए इसकी लिए भी 185500 रु का टेंडर नियमानुसार लगाया जाना था ।
- नबम्बर 2024 में फिर 3 अलग अलग कोटेशनों के माध्यम से इसी फर्म से 264505 /- पेड़ पौधे और केमिकल दवाएं एवं खाद खरीदी गई वो भी दोगुने भाव पर इस माह भी 264505 का टेंडर लगाया जा सकता था ।
- सभी 9 कोटेशन महज 3 महा की अवधि में किये गए । जो 826105/- रु के थे
- उक्त मामले में नियमों को ताक पर रखकर निगम के ही पूर्व अधिकारी को उद्यान शाखा के कार्यपालन यंत्री प्रमोद मालवीय और सहायक यंत्री हबीब उर रहमान ने 826105 की रेवड़ियां बाट दी ।
- पूरे मामले में सोचने की बात यह है कि उद्यान शाखा के adc देवेंद्र सिंह चौहान ने एक बार भी इन कोटेशन पर आपत्ति नही ली ।