भोपाल । भोपाल कॉपरेटिव बैंक के एम. डी का एक आदेश खुद के लिए गले की हड्डी बन गया है । एम. डी ने प्राथमिक शाख सहकारी समितियों को नगद में खाद वितरण नही किये जाने के सम्बंध में 14 दिसम्बर को एक आदेश जारी किया था । यह आदेश भोपाल कि सभी सहकारी समितियों के प्रबंधक और प्रभारी समिति प्रबंधक को भेजा गया था । जिसके बाद भोपाल कि सभी सहकारी समितियों ने किसानों को नगद में खाद का वितरण बंद कर दिया था । यही आदेश अब एम. डी के गले कि हड्डी बन गया है ।
इस आदेश कि शिकायत मुख्यमंत्री मोहन यादव तक पहुंच गई है । भोपाल के आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता अजय पाटीदार ने आज वल्लभ भवन पहुँचकर इसकी शिकायत सीएम से कि है । उन्होंने एम.डी पर मनमाने ढंग से काम करने के आरोप लगाये है । शासन के बिना किसी आदेश के भोपाल कॉपरेटिव बैंक के प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने यह आदेश जारी किया है ।
ज्ञात हो कि मप्र शासन कि कमलनाथ सरकार ने किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था जिसमें सरकार असफल रही थी जिसके बाद से रेगुलर किसान भी सहकारी समितियों के डिफाल्टर हो गये थे । अब वे नगद में ही सहकारी समितियों से खाद-बीज का लेनदेन कर रहें थे । एमडी एक ऐसे आदेश के बाद अब भोपाल जिले के किसानों को खाद सहकारी समितियों से मिलना बंद हो गयी है । जिससे किसानों कि मुसीबते और अधिक बड़ जाती है ।
इन्हें सभी बातों को लेकर अजय पाटीदार ने सीएम को शिकायत दी है । वही सीएम से जब सम्पर्क कर इस विषय मे जानने का प्रयास किया गया तब उन्होंने उक्त मामले पर संज्ञान लेकर कार्यवाही करने का विश्वास शिकायतकर्ता को दिलाया है ।
इस मामले पर भोपाल जिले के किसान भी आक्रमक होते नजर आ रहें है । वही भारतीय किसान यूनियन इसे लेकर आंदोलन करने और एमडी को हटाने के लिए प्रदर्शन करने कि बात कह रही है ।
किसानों के साथ अन्याय हो रहा है । उन्हें नगद में खाद वितरण करना चाहिए जिससे उन्हें फसल पैदा करने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े …… राजकुमार पाटीदार किसान मिसरोद
एमडी ने जानबूझकर किसानों को परेशान करने क़ि नियत से ऐसा आदेश जारी किया है । जिससे तत्काल निरस्त कर एमडी पर कार्यवाही होनी ही चाहिए । वरना किसान यूनियन आंदोलन करेगी । …सुरेश पाटीदार .अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन