भोपाल / 17 सितम्बर 2024
6 महीने पहले राजधानी भोपाल के मिसरोद रामलीला मैदान से 17 मार्च को अभय लोधी (8) नाम का बच्चा लापता हुए था । जिसकी कुछ दिनों बाद मिसरोद के ही एक कुएं में लाश मिली थी । अभय के परिजनों ने मिसरोद पुलिस पर आरोप लगाये थे उनका कहना था कि अभय कि हत्या हुई है । उसकी कुऐ में गिरने से मौत नही हुई है । पुलिस हमारी कोई मदद नही कर रही है ।
मामले में आज 6 महीने बीत जाने के बाद भी मामले कि जांच अधूरी है :- इस सम्बंध में हमने थाना मिसरोद में RTI लगाकर पूरा मामला जानने का प्रयास किया तो चौकानें वाला जबाब सामने आया । पुलिस ने जबाब में कहा कि थाना मिसरोद में पंजीबद्ध अपराध प्रकरण 89/24 धारा 363 भादवि का अनुसंधान वर्तमान में जारी होने से जानकारी/ दस्तावेज प्रदाय किया जाना संभव नही है । यह जबाब काफी चौकाने वाला है जो अपने साथ कई सवाल भी खेड़े करता है यदि अभय लोधी कि मौत कुएं में गिरने से हुई है तब पुलिस कि जाँच 6 महीने से अधूरी क्यों है ? क्यों मामले में अभय लोधी के परिवार को जानकारी नही दी जा रही । अभय लोधी के पिता दीपक लोधी जब-जब थाने मामले कि कोई जानकारी लेने जाते है तब उन्हें कोई न कोई बहाना बनाकर भगा दिया जाता है । क्या वास्तव में अभय के परिजनों का शक सही है क्या अभय कि कुएं में गिरने से मौत न होकर हत्या हुई थी ये तमाम सवालों के जबाब पुलिस कि जांच के बस्तों में बंद है । और एक लाचार परिवार अपने बच्चे को खोने का गम सीने से लगाये इंसाफ मिलने कि उम्मीद सजाये बैठा है ।
नियम तो यह कहता है :- सामान्य मामलों में पुलिस को 30 दिन के अंदर जांच कर मामले में चालान कोर्ट में पेश करना होता है । पर वही गम्भीर मामलों में अधिकतम 90 दिनों में जांच पूरी कर चालान कोर्ट में पेश करने का नियम है ।
तमाम पहलुओं पर विचार करने के बाद मामला यही आकर रुकता है कि जब अभय कि मौत कुएं में गिरने से हुई तो 30 दिनों में जांच पूरी होने वाले मामले को पुलिस 180 दिनों में नही सुलझा पाई या वास्तव में अभय के परिवार का शक सही है उसकी सामान्य मौत न होकर हत्या हुई है ।
इनका कहना :-
पुलिस पूरे मामले कि हमें जानकारी नही दे रही है । जब भी मैं मिसरोद थाने जाता हूँ तो मुझे न तो कोई रिपोर्ट कि कॉपी दी जा रही है और न ही कोई जानकारी मिल पा रही है । पुलिस हमें गुमराह कर रही है । जब जाँच के लिए सेम्पल लेकर अलग – अलग जगह भेजे गए थे तो उसकी रिपोर्ट भी तो हमें पता चलना चाहिए । सारी रिपोर्ट थाने पर आ गयी है ।अगर मामला गलत नही है तो जानकारी छुपाई क्यों जा रही है ।
…….. दीपक लोधी (अभय के पिता )