दिनांक 19.अक्टूबर 2024
राजधानी भोपाल में अवैध नाले को बंद कराने पर पूर्व पार्षद कामता पाटीदार ने बीते मंगलवार को महिला एसडीओ से अभद्रता एवं गाली- गलौच कि थी । SDO के आवेदन पर थाना कटारा हिल्स पुलिस द्वारा FIR दर्ज कि गयी थी । अगले दिन पूर्व पार्षद पुत्र विवेक पाटीदार ने कुछ किसानों को साथ लेकर जल संसाधन विभाग और कलेक्टर कार्यालय जाकर अवैध नाले को खुलवाने की मांग कि आवेदन के साथ कुछ किसानों ने मुख्य नहर से सिंचाई हेतु पानी लेने के प्रमाण के तौर पर रसीदे पेश की । जिसमें अधिक रसीदे खुद कामता पाटीदार के घर की है ।
अब पूरे मामले में एक नया मोड़ आ गया है । जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव तक पहुंच गई है । नहर कि शासकीय भूमि खसरा क्रमांक 190 जो जल संसाधन विभाग के नाम से दर्ज है पर पूर्व पार्षद कामता पाटीदार ने अवैध कब्जा कर अपना पक्का मकान बना लिया है । जिसके कारण यह अवैध नाला भी इन्ही के द्वारा खुदवाया गया था । मुख्य नहर में पानी के प्रेशर को कम अपने अवैध कब्जे को बनाये रखने के लिए किया गया । ताकि अवैध नाले में प्रेशर तेज जा सके और अपने परिवार के असिंचित खेतों को पूर्व पार्षद ने अवैध रूप से सिंचित कर लिया। कामता पाटीदार यही नही रुके मेन नहर से जुड़े किसानों को भी अवैध नाले से पानी दिलवाया ताकि समय पर उन किसानों को भड़काकर अपने साथ किया जा सकें ताकि खसरा नम्बर 190 नाजायज कब्जा बना रहे ।
पूरे मामले कि शिकायत अब उच्च स्तर पर पहुंच गई है । आर. टी.आई एवं सामाजिक कार्यकर्ता अजय पाटीदार ने मुख्यमंत्री, मंत्री, मुख्य सचिव सहित जलसंसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को शिकायत कर दी है । जिसमे कामता पाटीदार के मुख्य नहर से कब्जा हटाने सहित अवैध नाले को पूरी तरह आरसीसी से बंद कराने कि मांग की गई है । जिन किसानों ने पानी कि मांग कि है उन्हें भी मुख्य नहर से ही पानी देने का शिकायत में कहा गया है । मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री से शिकायत में यह भी कहा गया है कि यदि अवैध नाले को चालू करना भी है तो विधिवत भूअर्जन करें या जमीन के अंदर से पाइप डालने के उपरांत ही चालू किया जाए ।
पूर्व पार्षद के अवैध कब्जे की मुख्यमंत्री को कि गयी शिकायत
मामले में आज पूरी टीम के साथ स्थल निरीक्षण किया है । जो नाला बंद किया गया है वो अवैध है जिसमें हमारी नहर को फोड़ कर अनाधिकृत रूप से जल का अधिग्रहण किया जा रहा है जो एक अपराध है । पूर्व पार्षद कामता पाटीदार ने नहर कि शासकीय जमीन पर कब्जा किया है । ऐसी शिकायत मुख्यमंत्री,मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारियों को प्राप्त हुई है जिसकी प्रति हमें भी आई है । अवैध नाले को पूरी तरह आरसीसी से बंद कर मुख्य नहर से अवैध कब्जा हटवाएंगे SDO द्वारा नियमानुसार कार्यवाही कि गयी है ….. नितिन कुहीकर (कार्यपालन यंत्री जल संसाधन भोपाल संभाग)